,जीव जंतु से पुनः एक बार साथ जोड़ने का काम किया हैं ,जिससे वातावरण में स्वच्छता और ताजगी आई है,जो परजीवी जीवाणु ,रोगणु और विषाणुओं करीब फटकने नहीं देती , इसे क्यों ना बनाया रखा जाए,जब ज्ञान विज्ञान, अनुसंधान, भगवान से बेहतर काम हमारे लाक डाउन से ही हो सकता हैं तो क्यों ना हम इको सन्तुलन को बनाए रखते हुए यह प्रण लें कि हमेशा लिऐ हफ्ते एक नहीं दो रविवार मनाएंगे, परिवार के साथ घर की चारदीवारी में ही रहेंगे ,ना वायु प्रदूषण ना ध्वनि प्रदूषण ,ना जल प्रदूषण.वो ही जानवर नदिया तारे अपनी आने वाली पीढीयो को दिखा सके ....
Tuesday, April 28, 2020
कराेना ..... हफते में दो रविवार होना चाहिये
,जीव जंतु से पुनः एक बार साथ जोड़ने का काम किया हैं ,जिससे वातावरण में स्वच्छता और ताजगी आई है,जो परजीवी जीवाणु ,रोगणु और विषाणुओं करीब फटकने नहीं देती , इसे क्यों ना बनाया रखा जाए,जब ज्ञान विज्ञान, अनुसंधान, भगवान से बेहतर काम हमारे लाक डाउन से ही हो सकता हैं तो क्यों ना हम इको सन्तुलन को बनाए रखते हुए यह प्रण लें कि हमेशा लिऐ हफ्ते एक नहीं दो रविवार मनाएंगे, परिवार के साथ घर की चारदीवारी में ही रहेंगे ,ना वायु प्रदूषण ना ध्वनि प्रदूषण ,ना जल प्रदूषण.वो ही जानवर नदिया तारे अपनी आने वाली पीढीयो को दिखा सके ....
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